“मसूरी और नैनीताल पुरानी बातें हैं, असली ट्रिप चाहिए तो कनाताल आओ!”
कनाताल, उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित एक सुंदर पर्यटन स्थल है, जो ऋषिकेश से करीब 78 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह जगह अपने शांत वातावरण, हरे-भरे जंगलों, बर्फ से ढकी पर्वत चोटियों और आकर्षक प्राकृतिक सुंदरता के लिए जानी जाती है। समुद्र तल से लगभग 8500 फीट की ऊंचाई पर स्थित, कनाताल एक आदर्श पर्यटन स्थल है, जहां आप शांति, रोमांच, और प्रकृति के अद्भुत नज़ारों का आनंद ले सकते हैं।
कनाताल में क्या-क्या देखें?
कनाताल में घूमने के लिए कई आकर्षक स्थल और गतिविधियाँ हैं जो इसे एक यादगार यात्रा बनाते हैं।
- सुरकंडा देवी मंदिर: सुरकंडा देवी मंदिर कनाताल के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जो देवी दुर्गा को समर्पित है। यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 10000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यहां तक पहुंचने के लिए आपको ट्रेक करना पड़ता है। इस स्थान से आसपास की पर्वतमालाओं और बर्फीले पहाड़ों का शानदार दृश्य देखने को मिलता है।
- तेहरी झील: कनाताल से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित, यह मानव निर्मित झील प्रकृति प्रेमियों और रोमांचक गतिविधियों के शौकीनों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है। यहां आप बोटिंग, जेट स्कीइंग, और अन्य वॉटर स्पोर्ट्स का आनंद ले सकते हैं।
- कोडिया जंगल: यह घना जंगल वन्यजीव प्रेमियों और ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए एक शानदार जगह है। इस जंगल में ट्रेकिंग करते समय आप हिरण, बारहसिंगा, तेंदुआ, और कई प्रकार के पक्षियों को देख सकते हैं। जंगल के बीचों-बीच बहने वाले छोटे-छोटे झरने इस स्थान की खूबसूरती को और भी बढ़ा देते हैं।
- नई और पंवाली कांठा: यह ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए एक बेहतरीन जगह है। यह रास्ता अपने कठिनाई स्तर के कारण अधिक लोकप्रिय है और यहां से हिमालय की पर्वत चोटियों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है।
कनाताल में करने योग्य गतिविधियाँ
- कैम्पिंग: कनाताल की प्राकृतिक खूबसूरती और शांत वातावरण कैम्पिंग के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं। यहां कई कैम्पिंग साइट्स हैं, जहां आप कैंपिंग कर सकते हैं और रात में सितारों भरे आसमान के नीचे सुकून के पल बिता सकते हैं।
- बर्ड वॉचिंग: यह स्थान पक्षियों के लिए स्वर्ग है। यहां विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देखा जा सकता है। यदि आप बर्ड वॉचिंग का शौक रखते हैं, तो बिनोक्युलर के साथ यहां की यात्रा आपके लिए खास साबित होगी।
- नेचर वॉक और हाइकिंग: कनाताल में हरे-भरे जंगलों के बीच नेचर वॉक और हाइकिंग का अनुभव अत्यंत सुखद होता है। यहां का वातावरण आपको प्रकृति के और भी करीब ले आता है।
कनाताल कैसे पहुंचें?
- वायु मार्ग: कनाताल का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो देहरादून में स्थित है। यह कनाताल से लगभग 92 किलोमीटर की दूरी पर है। एयरपोर्ट से आप टैक्सी लेकर आसानी से कनाताल पहुंच सकते हैं।
- रेल मार्ग: कनाताल का नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है, जो लगभग 78 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां से बस या टैक्सी द्वारा कनाताल पहुंचा जा सकता है।
- सड़क मार्ग: सड़क मार्ग से ऋषिकेश, देहरादून, दिल्ली और उत्तराखंड के अन्य प्रमुख शहरों से कनाताल तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां तक पहुंचने के लिए अच्छी सड़क व्यवस्था है।
कनाताल यात्रा का सर्वोत्तम समय
कनाताल का मौसम पूरे वर्ष सुखद रहता है, लेकिन यहां आने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर के बीच है। गर्मियों में यहां का तापमान बहुत ही आरामदायक रहता है, जबकि सर्दियों में यहां बर्फबारी होती है, जो इसे और भी सुंदर बना देती है।
कहां रुकें?
कनाताल में पर्यटकों के लिए कई आरामदायक होटल, रिजॉर्ट्स और कैम्पिंग साइट्स उपलब्ध हैं। यहां लक्जरी रिसॉर्ट से लेकर बजट होटल्स तक विभिन्न प्रकार की आवास सुविधाएं मौजूद हैं। कुछ लोकप्रिय स्थानों में हिमालयन इको लॉज, क्लब महिंद्रा रिजॉर्ट, और ट्री टॉप रिसॉर्ट शामिल हैं।